मायूर हाल में आते हुये उसे अमर जी दिख गये जो पसीने से लथपथ अपना एक हाथ सीने पर रख सहला रहे थे l उनको उस हालत में देख मायूर तुरंत हि उनके पास आके ,,,क्या हुआ अंकल?आप ऐसे क्यों बैठो हो ?इस वक़्त मायूर के चेहरे पर घबराहट थी l वो फ़ौरन हि वही से तेज को आवाज देता है! मायूर को देख अमर जी को उन औरते कि बाते दिमाग में चलने लगी वो मायूर को देखते ही गश खाकर गिरने वाले थे कि मायूर उन्हें सम्भाल लिया l अंकल..... जोरो से चीखा! आवाज इतनी तेज थी कि