......... बहोत देर हों गई केशव बाबू , आप की बेटी को बुलवा दीजिए जरा ....... जी बिलकुल , अभी बुलवाता हु..... सुधा जरा अंदर से मीनाक्षीबेटी को लेकर आओ..... और हां साथ में चाय नाश्ते का इंतजाम भी देख लेना.....सुधा- जी में अभी मिनाक्षी को लेकर आई....केशव जी-.माफ कीजिएगा शर्मा जी , थोड़ी देर हो गई ...शर्मा जी- कैसी बात करते हे केशव बाबू आप भी..इस वक्त पर तयार होने में देर तो लगती ही है.... वैसे मुझे तो कोई जल्दी नहीं है , ना अभय की मां को हे, वो तो अभय का अभी अभी प्रमोशन हुआ है