आज पता चल रहा है की घर घर होता है ,और साथ में मां के हाथ का खाना जन्नत कह सकते हैं इसमें कोई दो मत नहीं हैं जन्नत कहने में ।वो धीरे धीरे अपनी मन को टटोलने लगी , मैने हल्के लफ्जों में पूछा तो क्या आप हीरोइन बनी .?वो फिर से जैसे अपने अतीत में खो गई ऐसा लग रहा था जैसे कल की ही बात हो उन्होंने बताया हीरोइन बनने का तो भूत मुझसे तब ही उतार गया जब मेने मेरे जैसे हजारों को हर रोज लोगो के आगे पीछे भागते देखा मेने देखा कैसे कोई कैसे