प्रमोद अश्क -चंद गजलें अश्क कीकम लेकिन घनीभूत संवेदना की ग़ज़ल -राजनारायण बोहरे दतियापुस्तक-चंद गजलें अश्क कीकवि- प्रमोद अश्क प्रकाशक-हिंदी उर्दू मजलिसप्रमोद अश्क का नाम उन पुख्ता कवियों में से हैं जो इस आत्मविश्वास से लिखते हैं कि न तो किसी आलोचक की परवाह करते हैं न वे किसी वरिष्ठतम कवि की किसी टिप्पणी पर ध्यान देते हैं । दरअसल उन्हे अपनी कविता और ग़ज़ल की पूर्णता पर विश्वास रहता है-ग़ज़ल उर्दू-फारसी की नहीं हिन्दी की , हिन्दी गजल!अश्क की हिन्दी गजलों का एक संग्रह ‘ चंद गजले अश्क की ‘ पिछले दिनों पाठकों के समक्ष छप कर आया है,