भारत के गृहमन्त्री श्रीगोविन्दबल्लभ पंत को दिव्य अनुभूतिइस घटना के कुछ दिनों बाद गृहमन्त्री श्रीपंत को भाईजी के सम्बन्ध में अलौकिक अनुभूति हुई। उन्होंने अपने स्वप्न तथा प्रत्यक्ष चमत्कार की बातें विस्तार से भाईजीको पत्रमें लिखी। उन्होंने लिखा आप इतने महान् एवं महामानव हैं कि भारतवर्ष को क्या सारी दुनिया को आप पर गर्व होना चाहिये। साथ ही अपने पत्र को जला देने का अनुरोध किया। भाईजी ने उनकी इच्छानुसार पत्र को जला दिया। उस पत्र का भाईजी ने उत्तर दिया वह प्रस्तुत किया जा रहा है–माननीय श्रीपन्तजी,सादर प्रणाम।आपका कृपा पत्र मिला। आप सकुशल दिल्ली पहुँच गये, यह आनन्द की