वो माया है.... - 6

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(6)बैठक में पुष्कर परेशान सा तखत पर लेटा था। उसको इस बात का बुरा लग रहा था कि कल ही वह दिशा को विदा कराकर लाया और आज घरवालों ने यह झगड़ा शुरू कर दिया। वह सोच रहा था कि इस माहौल में दिशा बचे हुए दिन यहाँ कैसे बिताएगी। विशाल बैठक में आया। पुष्कर को तखत में लेटा हुआ देखकर उसके पास जाकर बैठ गया। उसने कहा,"सुबह सुबह यह क्या तमाशा शुरू हो गया। मौसा मौसी और रविप्रकाश जीजा नाराज़ होकर चले गए। कुछ खाया पिया भी नहीं। बायन और भेंट भी नहीं ले गए।"पुष्कर ने कहा,"नहीं ले गए