अकेली - भाग 9

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खोली का दरवाज़ा खुलते ही छोटू और मैकू अंदर घुस गए। छोटू ने गंगा कुछ पूछ सके उससे पहले ही उसका मुँह दबा दिया और मैकू गंगा की ओढ़नी खींचने लगा। छोटू ने कहा, "बहुत इंतज़ार किया है तेरे लिए गंगा हमने।" वह जबरदस्ती गंगा को बिस्तर पर पटकने ही वाला था कि फुलवंती ने खोली को रौशनी से भर दिया। लाइट के जलते ही जो दृश्य दिखाई दे रहा था वह बहुत ही डरावना था। छोटू का हाथ गंगा के मुँह पर था। मैकू के हाथों में गंगा की ओढ़नी थी जिसे वह हमेशा अपने वक्ष स्थल पर ओढ़