उनकी शरारती निगाहे देख उनका शर्म से निगाहे झुकाना उफ़्फ़्फ़्फ़!! श्री और मायूर साथ में धानी के जाते हैं इस बीच दोनों के बीच सारी बाते होती बस उस दिन होस्पिटल वाली नहीं l मायूर बताने कि कोशिश भी करता है लेकिन श्री बात हि पूरी नहीं देती है l दी....मु.... मुझे आपको कुछ बताना प्लीज आप सुन लो ना एक बार मनुहार करते हुये बोला l नहीं नहीं अब सीधा धानी के घर बात होगी जो भी है समझे झूठी नाराजगी से बोली l दीईई.... बेचारगी से बोला l नो मीन्स नो समझ नहीं आता तुम्हें कि लगाऊ एक