खून

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बेरहमी से बरसात की बूंदें गिर रही थीं और नगर में एक दरावना रात का माहौल था। एक अजीब सी सनसनी सी थी वहां के लोगों पर। शहर की प्रमुखता नेहा मिश्रा एक पुलिस निरीक्षक के रूप में जानती थी कि अगले कुछ घंटों में उसे एक कठिन चुनौती का सामना करना होगा। एक खूनी हत्या का संकेत था।वर्षों से नेहा ने इस संदेहयुक्त जगह में कई घटनाओं का समाधान किया था, लेकिन इस बार कुछ अलग ही था। बरसात के वादे उनके साथ टूट गए और आदित्य के निर्देशानुसार नेहा रेलवे स्टेशन के पास के एक बंगले पहुंची। यहां