दानी की कहानी - 38

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============= दानी इतनी शिक्षित थीं कि सब बच्चों को उन पर गर्व होता था । कोई शब्द अँग्रेज़ी का हो या हिन्दी का उसके उच्चारण और प्रयोग के बारे में दानी बहुत सचेत रहती थीं। वे अक्सर अपनी बहू-बेटियों को समझातीं कि उन्हें अपने बच्चों की छोटी-छोटी  गलतियों पर ध्यान देना चाहिए। "माँ ! इतना समय कहाँ है कि हम एक-एक शब्द को इन्हें समझाते फिरें, उलझते फिरें इन बच्चों के प्रश्नों से ?" एक दिन बातों ही बातों में दानी ने अपनी बहुरानी यानि सुमी की मम्मी से कहा था तब उन्होंने दानी को यह उत्तर दिया था। दानी