"अरे वधू के माता - पिता कहाँ हैं भाई ? उनको भी तो बुलाओ स्टेज पर । सभी के फोटो हो गए हैं सिर्फ वधू के माता - पिता ही रहे हैं । " मैं फोटो वाला था, वरमाला स्टेज पर सभी के फोटो ले रहा था । जितना सुन्दर वर उससे कहीं गुणा सुन्दर वधू लग रही थी । नजरें नीचे झुकाए उस दुल्हन को देख कोई नहीं कह सकता कि वो एक गरीब घर की बेटी है जिसके पिता ने अपने आँगन का चाँद तोड़कर कन्यादान में दे दिया, ऐसा लग रहा था मानों