भाग -8 एक दिन नहाने के समय मैं उसे साफ़-सफ़ाई के बारे में कुछ बातें समझा रही थी। तभी लियो से जो कुछ हुआ, उसे देख कर मुझे हँसी तो आई ही, संकोच के भाव भी पैदा हुए थे। उसी समय मैंने यह भी सोचा कि जो कुछ हो रहा है, जो कुछ मुझसे, लियो से जाने-अनजाने हो जाता है, वह सब-कुछ वास्तव में नेचर के सिस्टम का ही एक हिस्सा है। नेचर ही की एक प्रक्रिया है, जो इस तरह पूरी हो रही है। इसके बाद मैंने इस विषय में ज़्यादा सोचना, ध्यान देना बंद कर दिया। एक दिन