क़ाज़ी वाजिद की कहानी - पिता का त्याग वह एक वकील था, जिसने वकालत के गुर, अपने स्वर्गीय दादा और पिता से सीखे थे। वह शीला बलात्कार कांड के बाद चर्चा में आया था। शीला एक स्कूल छात्रा थी, जिसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। शहर का कोई भी वकील बलात्कारियों का केस लड़ने को तैयार नहीं था। संजय सक्सेना ने अवसर का अनुचित लाभ उठाया और मोटी रकम लेकर मुक़दमा लड़ने को तैयार हो गया, अत: शहर में उसकी थू-थू हो रही थी। उसकी पत्नी निर्मला, थी तो साधारण परिवार से, परंतु उच्च विचारों