नानी की कहानी

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आमतौर पर देखा गया है कि हम जो सामने देखते हैं उसे ही सच मान बैठते हैं बिना सोचे समझे सच्चाई जाने बगैर किसी को भी कोसने लगते हैं इसी तरह की एक घटना कुछ दिन पहले हमारे सामने आई जिसने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए पिछले दिनों में काम के सिलसिले में बैंक गया था । जो हमारे छोटे से गांव बिलावटिया खेड़ा के पास के गाँव जुनिया के बीचोंबीच में स्थित था उसकी सीढ़ियां चढ़ रही थी तभी मैंने देखा लगभग पैसठ वर्षीय वृद्ध महिला दुर्बल शरीर के साथ सड़क पार कर रही थी, इतने में अचानक एक