स्कैच आसमान मे बादल उमड़ घुमड़ रहे थे और इधर नीलिमा के मन मे भी विचारों के बादल घटाएं बनकर छा रहे थे । अभी दो मिनट पहले अचानक ही किसी अनजान लड़की का फोन आया था । नीलिमा का नाम पूछकर कन्फर्म किया था उसने, फिर अपना परिचय दिया था । -मै लॉरेन्सिया बोल रही हूँ, आप डेविड को तो जानती ही है ना -जी आप कौन है और किस डेविड की बात कर रही हैं । -नीलिमा जी मै उसी डेविड की बात कर रही हूँ जिसने आपको बीच सड़क से घर पहुँचाया था, आपको सलाह दी थी