मुजाहिदा - ह़क की जंग - भाग 10

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भाग. 10 फिज़ा ने सी.ए. सी.पी.टी. का फार्म डाल दिया था। इसके लिये उसे बाहर जाने की जरूरत नही पड़ी थी। घर में बैठ कर लैपटाप पर ही सब काम हो गया था। ये देख कर शबीना और मुमताज खान बड़े हैरत में थे। उनका हैरत में होना भी जायज था। उनके जमाने में ये सब कहाँ था। एक-एक फार्म भरने के लिये कितना झमेला करना पड़ता था। तमाम फोटोस्टेट कराओ फिर जमा करने के लिये घण्टों लाइन में खड़े रहो। आजकल सब आनलाइन जो गया है। कितना आसान लग रहा था सब। शबीना का दिल चाह रहा था दुबारा