मेलाराम को बम्बई आए कुल इकतीस दिन हुए हैं। आज जैसे ही सिर पर फलों की टोकरी रख बेचने के लिए निकला एक कुत्ता भौंकते हुए उसके सामने आ गया। कुत्ते के गले में पट्टा पड़ा था। संभवतः गली के ही किसी घर का वह पालतू कुत्ता है, आज छूट गया है। अपने को बचाने की कोशिश में उसने टोकरी सिर से उतार ली। तीस किलो फल लेकर वह बेचने निकला है। गांव के पट्टीदार राम आसरे के साथ वह आया है। वे यहाँ सत्रह वर्षों से रह रहे हैं। उन्होंने पांच गलियाँ पहचनवा दी हैं, कहा, 'इसी में घूम