वीर सावरकर - 2 - जन्म और बाल्यकाल

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मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचन्द्र जी के निवास से पवित्र पंचचटी और दण्डकारण्य के मार्ग में नासिक पड़ता है। यह भी पवित्र तीर्थं माना जाता है। इसी नासिक जिले की पवित्र भूमि में एक छोटा-सा ग्राम भगूर है। यह गांव अपने सावरकर के कारण महाराष्ट्र राज्य में पर्याप्त प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका था।इसी ग्राम मे चितपावन ब्राह्मण श्री विनायक दीक्षित रहा करते थे। चितपावन ब्राह्मणो का भी इतिहास बहुत रहस्यमय है। ये विगत दो सौ वर्षो से ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध और भारत कीस्वतन्त्रता के लिये निरन्तर प्रयत्न करते रहे हैं। इसीलिये ब्रिटिश साम्राज्य की आंखो मे चितपावन ब्राह्मण सदा खटकते