औरत का अकेले रहना पहले भी आसान नही था और आज भी नही है।अकेली औरत को अनेक समस्यों का साम्बा करना पड़ता है।अनेक परेशानी आती है अकेली औरत के सामने।मुझे भी अनेक छोटी बड़ी मुसीबतों परेशानियों का सामना करना पड़ता था।लेकिन मैं कभी नही घबराई।हर परेशानी,दिक्कत का मैने सामना किया।लेकिन एक दिन एक ऐसी घटना घटी की मेरी सारी स्वतंत्रता धरी रह गयी।इतवार यानी बैंक की छुट्टी का दिन।मैं बाजार कुछ खरीददारी करने के लिए गयी थी।मेरा घर एक गली में था।करीब एक घण्टे बाद मै बाजार से लौटी तो गली के नुक्कड़ से मुझे ऐसा लगा कि मेरा कोई