दहेज़ के बदले

  • 2.3k
  • 2
  • 975

अमन कुमार त्यागी समीर मेहनती युवक था। एमए करने के बाद उसने नौकरी तलाशने में समय बर्बाद नहीं किया। बिना किसी शर्म और दिखावे के उसे जो भी काम मिला, करता गया। वह निम्न मध्यम वर्गीय माँ-बाप का इकलौता पुत्र था। जब विवाह योग्य हुआ तो अनेकानेक रिश्ते आने लगे। समीर शिक्षित लड़की को अपना जीवनसाथी बनाना चाहता था। ताकि दोनों मिलकर अपना भविष्य संवार सकें। एक लड़की को उसने पसंद भी कर लिया। लड़की का नाम सारिका था। सारिका ने भी एमए किया था। उसके पिता सरकारी कर्मचारी थे। उनका प्रयास था कि सारिका का विवाह किसी सरकारी अधिकारी