पहले केवल फिल्में ही मनोरंजन का साधन थी।बाद में छोटा पर्दा यानी टी वी आया।पश्चिम में तो बहुत पहले आ गया था।पर हमारे यहाँ जरा देर में आया।वो भी सीमित लोगो तक ही सीमित रहा।नब्बे के दशक में इसका विस्तार होना शुरू हुआ।और धीरे धीरे इसने घर घर मे जगह बना ली।आज हालात यह है कि फिल्मों से ज्यादा छोटा पर्दा ज्यादा लोकप्रिय हो गया है।और आजकल टी वी के अलावा मोबाइल,लेपटॉप,कम्पूप्यूरटर आदि भी आ गए है।यह भी टी वी का काम भी कर रहे है।ये सभी माध्यम मनोरंजन करने के साथ समाज को प्रभावित भी कर रहे है।हर चेंनल