पता ही नही चला ।

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दोस्तो किसी शायर ने बखूब ही लिखा है.... ना जाने कहा खर्च हो गए वो लम्हें, जो बचा कर रखे थे मैंने जीने के लिए।Fix Deposits में, Saving Accounts में हम पैसा जरूर बचा कर रखते है की बाद में Use कर लेंगे । पर वक्त एक ऐसी चीज है जो दोबारा नही मिलती। तो कुछ ऐसे ही अहसास इस कविता में बड़े अच्छे तरीके से बयान किए गए है । लेखक अज्ञात है। ये कविता मुझे इंटरनेट पे मिली पर कविताओं से मेरा प्रेम इसलिए है क्योंकि में इनको As a Vechicle मानता हूं कि कविताओ के द्वारा जो