बहुत समय पहले की बात है माता वैष्णो देवी की चढ़ाई बहुत कठिन हुआ करती थी. छोटा सा रास्ता था. लोगों की श्रद्धा बहुत ज़ायदा हुआ करती थी. जब मात रानी का धयान आटा था मुझे कटरा जाने का दिल करता था एक दिन मैने अपने पति से कहा के मुझे कटरा जाना है पति हाँ कहते रहे और तालते रहे. आखिर मैंने उनको कहा ठीक है पुणे में भी मंदिर है हम वहां जाते है श्याम तक पति ने कटरा की टिकट कर दी हम कटरा के लिए चल पड़े जैसे ही हम विमान से उतरे मुझे अपना थैला टूटा हुआ मिला किसी तरह एयरपोर्ट वालों ने मुझे अपना थैला दिलवा दिया. जैसे ही