रेत जीवन के आद्र रूप से शुष्क रूप होने का परिचय देती है। वैसे ही आज की ये कहानी किसी के जीवन के खुशहाल पहलू से उसके दर्दनाक पहलू को दिखाती है। ये वहीं कहानी है जिसमें सुख के फूल भी है और दुख की वर्षा भी.................... लगभग 900 साल पहले स्वर्ण श्रोणितपुर वीर किला शिव मंदिर का दृश्य मुख्य पुरोहित शिव मंदिर में जो अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है महादेव शिव की आराधना कर रहे है। पुष्प बेलपत्र और दूध धतूरे से शिवलिंग का अभिषेक कर रहे है। और बाकी सब पुरोहित सामान्य जन और गुरु के