6. कमजोर एवं मजबूत अवसरसून त्जु के अनुसार— जो रणभूमि में पहले पहुंचता है उसमें युद्ध के लिए भरपूर उत्साह कूट-कूट कर भरा होता है, विपरीत इसके जो देर से आता है वह जल्दबाजी एवं भागादौड़ी में ही थक जाता है। इसलिए एक चतुर योद्धा वह होता है जो शत्रु पर अपने फैसले थोपता है तथा स्वयं के साथ दुश्मन को ऐसा करने का कभी मौका नहीं देता। वह दुश्मन को प्रलोभन देकर उसे खुद के नजदीक आने के लिए मजबूर कर देता है तथा नजदीक आने पर हमला करके उसे अपने निकट आने से रोक देता है।पहले जाल बिछाकर