नि:शब्द के शब्द - 13

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नि:शब्द के शब्द / धारावाहिक तेरहवां भाग *** मैं मोहित हूँ, लेकिन . . .? '?'- मोहित बड़ी देर तक मोहिनी की सिसकियों को सुनता रहा. मोहिनी भी उसके बदन से लिपट कर रोटी रही. फिर काफी देर की खामोशी के पश्चात मोहित ने अपने हाथ से मोहिनी का सिर धीरे-से ऊपर उठाया. उसके चेहरे, आंसुओं में डूबी उसकी गहरी-गहरी आँखों को ध्यान-से, बहुत गम्भीरता से देखा, फिर उससे कहा कि, 'मैं आपके दुःख, आपके दर्द को बहुत अच्छी तरह समझ ही नहीं रहा हूँ बल्कि हृदय की गहराई से महसूस भी कर रहा हूँ, मगर बड़े अफ़सोस के साथ