अमन को रातभर रूही के बारे में सोचने के कारण नींद ही नहीं आई थी, सुबह भी वो जल्दी ही जॉगिंग के लिए निकल गया था, सुबह साढ़े छह बजे वह जॉगिंग कर के लौट भी आया था, उसने फ्रेश हो कर सुबह आठ बजे तक अपना नाश्ता भी फिनिश कर लिया था, उसे तो रूही से मिलने की इतनी जल्दी हो रही थी, जैसे एक बजने का भी इंतजार न करे और सीधे रूही से मिलने चला जाए, उसका एक मन तो कर रहा था की रूही के उसके घर से ही पिक कर ले और रेस्टोरेंट तक ले