मातृभारती का मेरा सफर

  • 2.4k
  • 846

"मैं तो यूँ ही सफर पर निकली थी, रास्ता बनता गया और हम आगे बढ़ते रहे।"पढ़ने और लिखने का सोख मुझे पहले से है पर कभी सोचा नहीं था। सबको इंजेक्शन देने वाली लड़की ऐसे कहानीया लिखकर सबके साथ शेयर करेगी।लेखन का मेरा सफर......आप सब दिव्य भास्कर तो पढ़ते होगे? उसमे बुधवार को कळश पूर्ति आती है। उसमे "डॉक्टर की डायरी" इस नाम का लेख आता है। जो डॉ. शरद ठाकर लिखते है। उनके सभी लेख उनके जीवन से जुड़े है। उनमे बहोत सीखने को मिलता है।मे हर बुधवार को "डॉक्टर की डायरी" पढ़ती हु। ये बात सितंबर 2022 की