तेरे होने से--रंग बिरंगी कविताओं का कोलाज

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------------------------- 'तेरे होने से 'कविता संग्रह मन के भीने अहसास की छुअन से सराबोर शब्दों की ऐसी दास्तान है जिसे कवयित्री प्रेम लता ने अपने प्रिय जीवनसाथी को समर्पित किया है | प्रेम लता जी का यह पहला काव्य-संग्रह है जिसमें उनकी रचनाएँ जहाँ तेरे होने की छुअन को बार-बार स्नेहिल बौछार के सुहाने मौसम में तर कर जाती हैं वहीं कभी वह बौछार नैनों की भाषा पढ़ना शुरू कर देती है तो कभी 'मुझे यूँ भुला न पाओगे' की स्नेहिल शिद्दत से मन का पृष्ठ खोल देती है | ढाई आखर प्रेम की इस गहन अनुभूति में प्रिय के