एक नया रास्ता - 2

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कल्पना बोली,"मैं जानती हूँ तुम मुझे नही मिलोगे।पर मैं गर्भपात नही करूंगी""फिर क्या करोगी?""मैं गर्भपात कराने से बेहतर कुंवारी माँ बनना पसन्द करूंगी।"कल्पना अपनी बात कहकर चली गयी थी।सुनीता गुमसुम खामोश पलँग पर चित लेटी छत को निहार रही थी।राजन उसकी बगल में लेटते हुए बोला,"लगता है हमारी प्रियतमा किसी गहरे सोच में डूबी है?""राजन मुझे बेहद अफसोस है मैं तुम्हारे बच्चे की माँ कभी नही बन सकती।""सुनीता इसमें तुम्हारा क्या दोष है।ईश्वर ने तुम्हे माँ बनने की क्षमता प्रदान नही की है।""इसमें भगवान का कोई दोष नही है।दोषी तो मैं हूँ।""तुम दोषी हो?""हां।मैं।""तुम कैसे दोषी हो?""राजन मैं शादी के