श्रीमद भागवत गीता ज्ञानमार्ग - एक हिरन की गाथा

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घाढ जंगल के अंजान हिस्से में एक प्यासा हिरण पानी की तलाश में काफी देर से इधर-उधर भटक रहा था । जंगल का रास्ता भुल जाने की वजह से उस कोई जल स्त्रोत नही मिल पा रहा था । काफी देर की थकान और प्यास के कारण हिरन एक पेड़ के निचे बैठ गया पर जैसे ही हीरन बैठा की उसे कही से पानी बेहने की हल्की हल्की आवाज सुनाई देने लगी । हिरन वहां से उठकर आवाज की तरफ जाने लगा। थोड़ी ही आगे जाने के बाद उसे एक बहुत बड़ी नदी दिखाई देती है। हिरन उस नदी को