किंजल बहुत कोशिश कर रही थी पर कमरे से बाहर नहीं निकल पा रही थी... धुएं की वजह से उसको सास लेने में तकलीफ होने लगी... और जमीन पर बैठ गई.. तभी करन किंजल को ढूंढता हुआ वहा आ गया... उसने देखा की किंजल कमरे में आग से घिरी जमीन पर बैठी थी... " किंजल.." करन जोर से चिल्लाया....किंजल ने धीरे से करन की और देखा... उसके चहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट आ गई.. करन आग के ऊपर से कूदकर कमरे में आ गया... पर इसी चक्कर में उसका हाथ जल गया.... पर करन को अभी ना तो अपने हाथ