एक अच्छा दोस्त नमस्कार दोस्तों। आशा करता हु की आप सब ठीक ही होंगे। आज मे लेखक वरुण पटेल फिरसे हाजिर हु आप के बिच हमारी बहुत ही मजेदार कहानी दो पागल के एक और अंक के साथ लेकिन मेरी बिनती है आप सब लोगो से कि अगर आपने आगे के २९ अंको को नहीं पढा है तो सबसे पहले उन अंको को पढले ताकी आपको यह अंक अच्छे से समझ आए। आगे आपने पढा की कैसे जीज्ञा और रुहान के जीवन की परिस्थितिया उन्हे मुसबतो के घेरे मे ले रही थी। सबकुछ खतम होता हुआ