रेड लाइट एरिया- जयंती रंगनाथन (संपादन)

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"बेवफ़ा होना महज़ शग़ल नहीं उसके लिए मजबूरी था पति अपाहिज बच्चे भूखे पेट सबका भरना ज़रूरी था" दोस्तों..कुछ वक्त पहले जब मैंने ये टू लाइनर लिखा था तो उस वक्त ज़ेहन में एक ऐसी स्त्री की दुःख भरी व्यथा थी जिसका अच्छा खासा पति किसी हादसे या एक्सीडेंट की वजह से काम करने में असमर्थ हो चुका है। जिसकी वजह से परिवार के भरण पोषण की ज़िम्मेदारी उसकी पत्नी पर आ चुकी है। जिसके पास उसकी देह के अतिरिक्त और कोई हुनर नहीं। कहा जाता है कि दुनिया का सबसे पहला व्यापार देह व्यापार ही था। देह व्यापार के