पेज 3 समाज सेवा

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डाॅ प्रभात समीर ' जीवन विहार ' नाम की इस कॉलोनी में जाने के लिए पक्की सड़क से मुड़कर थोड़ा सा कच्चा रास्ता पार करना पड़ता था । इस कॉलोनी में एक ही ऑफिस के लगभग 30-40 घर बने हुए थे।अधिकांश लोग इसे 'ऑफिसर्स फ्लैट्स' के नाम से ही जानते थे। घरों को घेरे हुए एक चारदीवारी थी, जिसके गेट पर बने हुए केबिन में बैठे सिक्योरिटी गार्ड जब आते-जाते लोगों को सैल्यूट मारते थे तो काॅलोनी की अहमियत और भी बढ़ जाती थी । खाली समय का सदुपयोग करने के लिए फ्लैट की महिलाओं ने कॉलोनी के नाम पर