कहानी प्यार कि - 59

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जगदीशचंद्र की गाड़ी एक होटल पर जाकर रुकी...हरदेव के साथ वो रूम नंबर बाइस में गए... रूम खोलते ही अंदर कोई उन दोनो का इंतजार कर रहा था.." ओह तो तुम हमारे पहले ही यहां आ गई हो..." जगदीशचंद्र ने मुस्कुराहट के साथ कहा..." मुझे यहां क्यों बुलाया है...? " मोनाली ने गुस्से से पूछा" थोड़ा सब्र करो... मोनाली पापा बता रहे है..." हरदेव ने शांति से बोला" तो मोनाली क्या हाल चाल है ..? " " हाल चाल तुम पूछो ही मत... तुम्हारी वजह से मुझे कितना नुकसान हुआ है ये तुम जानते भी हो..! मेरा नाम मिट्टी में