राजा भोज, परमार वंश के नवे राजा थे परमार वंशीय राजाओं ने मालवा की राजधानी धारा नगरी (वर्तमान धार) पर आठवी शताब्दी से लेकर चौदहवी शताब्दी के पूर्वार्ध तक शासन किया। भोज परमार, जिनसे बड़ा राजपूत क्षत्रिय राजा पिछले एक हजार वर्षो में नही हुआ था।भोज का जन्म 965 ईस्वी में मालवा प्रदेश की एतिहासिक नगरी उज्जयिनी (वर्तमान उज्जैन) में परमार वंश के राजा मुञ्ज के अनुज सिन्धुराज के घर हुआ था। एक दिन मुञ्ज की सभा में एक विद्वान ज्योतिष उपस्थित हुआ। मुञ्ज ने उसे भोज की जन्मपत्रिका देकर उसका भविष्य पूछा। ज्योतिष ने ग्रह गणना कर कहा– “राजन्!