डैनी इन सब से थक चुका था ।अब उसे खेल में खुद ही उतरना था। माथुर के खिलयो की वजह से उसका दिल में जल रहे ज्वाला को माथुर ने और भड़का दिया था।उसके हिसाब से उसके सारे प्यादे अब मर चूके थे।अब उसे खेल में खुद कूदना था उसने थूर से कहा कि मेरी आज दोपहर की टिकट करवा दो अब मैं खुद लंदन जाऊंगा।डैनी का आया गुस्सा देख माथुर अब थोड़ा थोड़ा सा सहम गया था। वह अब सीरियस लग रहा था माथुर के समझाने के बाद भी डैनी नहीं माना वह अपने अटल फैसले पर अड़ा हुआ