कहानी प्यार कि - 45

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आज हॉस्पिटल में करन का दूसरा दिन था... करन को अकेला ना लगे इसलिए अनिरुद्ध , संजना और किंजल करन के पास ही रुके हुए थे... तभी वहा कमरे में मोहित दाखिल हुआ... " हाय करन ...कैसे हो ? " " अब बहुत अच्छा महसूस कर रहा हु..." " धेट्स गुड... ये लो में तुम सब के लिए गर्मा गर्म नाश्ता लेके आया हु... " " थैंक यू मोहित ...." अनिरूद्ध ने मुसकुराते हुए कहा..मोहित ने सब को नाश्ता सर्व किया ... और फिर बाहर पानी लेने जाने लगा...मोहित तेज कदमों से आगे बढ़ रहा था तभी एक लड़की भागती