चंबल की क्षत्राणी (ठकुराईन) की जल समाधिवैसे तो हमारे भारतवर्ष का इतिहास क्षत्रियों के त्याग और बलिदानों से भरे पड़ा है, आपको सन 1971 की एक सत्य घटना से आपको अवगत कराती हूं।चंबल नदी के किनारे एक गाँव था जो सिकरवार राजपूतों का गाँव था, जिसमे एक ठकुराइन (क्षत्राणी ) रहती थी, उसके पति दूसरे विश्व युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो गये थे और पुत्र जय वीर सिंह सन 1965 के युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो गया था |जय वीर सिंह अपने पीछे एक 12 वर्षीय पुत्र व पत्नी शारदा को छोड़ गये थे, जय वीर के शहीद