बचपन के दोस्त

  • 5.5k
  • 1
  • 1.8k

दोस्ती एक ऐसा शब्द है जिसके लिए शायद शब्द भी कम पड़ जाय,पर मैं डरता हूँ दोस्ती करने से ऐसा नहीं है कि विश्वास नहीं रहा पर कुछ बचा भी नहीं इस रिश्ते में , जो कि साथ रखा जाए, मन बहुत होता है उसे सब कुछ बताऊं वापस से ,मज़ाक मस्ती करूँ उस से, दिल का हाल भी बताऊं,,,पर अब हो नहीं पाता, उस तरफ कदम नहीं जाते। मायूसी सी आ गयी है इस "दोस्ती" शब्द में ऐसा भी नहीं है कि बात नहीं करता किसी से, पर मन नहीं लगता किसी में अब भागता हूँ हर किसी से।