इस फ़िल्म का पोस्टर ही इतना सुंदर बनाया गया हैं। कि उसे देखने के बाद कोई भी इस फ़िल्म को बिना देखे रह ही नहीं सकता। उस पोस्टर में जो दैव कोला का चित्र हैं। उनको देखने पर अपने आप ही अंदर से एक आकर्षण् महसूस होता हैं। सुंदरता एक बड़ा सामान्य से शब्द होगा चित्र की विशेषता बताने के लिए, इसके लिए सही शब्द मनोहर जैसा कुछ होना चाहिए। तब शायद चित्र की विशेषता अधूरी लगे।सच कहूँ तो ये फ़िल्म एक अलग ही दुनिया में मन को ले जाती हैं। खासकर अंत में, अंत में लगता हैं। जैसे मन