- 7 - डी.ए.वी. संस्था की स्वीकृति के पश्चात् कॉलेज निर्माण कमेटी का गठन हुआ, जिसका प्रधान प्रभुदास को बनाया गया। इस प्रकार प्रभुदास की चर्चा दौलतपुर की सीमाएँ लाँघकर ज़िले भर में होने लगी। कमेटी के सभी सदस्यों ने बहुत परिश्रम किया। बहुत शीघ्र ही काफ़ी चन्दा इकट्ठा हो गया तो ‘सरस्वती पूजन दिवस’ पर कॉलेज का ‘भूमि-पूजन तथा शिलान्यास’ किया गया, जिसमें डी.ए.वी. संस्था के प्रान्तीय अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों के अतिरिक्त ज़िला शिक्षा अधिकारी व कई कॉलेजों के प्रतिनिधि भी सम्मिलित हुए। सर्वसम्मति से कॉलेज का नाम रखा गया - ‘पार्वती देवी डी.ए.वी. कन्या महाविद्यालय।’ अन्ततः कॉलेज