उसके बाद अक्षत ने श्रेया को बेड पर लेटा दिया। ताकि वह आराम कर ले। और श्रेया से कहा। अक्षत "तबीयत ठीक ना हो तो मुझे बुला लेना। ठीक है।" उसने जोर देकर यह बात की थी ताकि श्रेया को यह समझ आ जाए अगर सच में उसकी तबीयत ठीक ना हो तो उसे अक्षत को बताना है। अक्षत फिर वहां से चला गया। श्रेया थोड़ी देर अक्षत के बारे में सोच रही थी। श्रेया " सोचते हुए : 1 ही दिन में मेरी लाइफ कितनी बदल गई।" जब श्रेया सुबह फ्रेश होने के लिए वॉशरूम गई थी तब उसने