सपने - (भाग-44)

  • 3.1k
  • 1.6k

सपने.......(भाग-44)सारे दोस्तों ने पूरे दो दिन मस्ती में बिताए...।अब सोमवार को अलग होने का टाइम भी आ गया था। सोफिया और श्रीकांत अपने गाँव जा रहे थे....। श्रीकांत और सोफिया को रेलवे स्टेशन छोड़ने सब दोस्त गए। अगले दिन नवीन भी अपने टूर पर चला गया। पीछे रह गए राजशेखर, आदित्य और आस्था। कुछ दिन आदित्य और आस्था दिन रात एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा टाइम एक दूसरे के साथ बिताने की कोशिश में थे। आदित्य और आस्था अभी अपना रिश्ता छिपाने की कोशिश में थे, पर प्यार को कितना भी छुपाया जाए, वो छिपता नहीं। सबसे पहले