कहानी प्यार कि - 33

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अगली सुबह किंजल की आंख देर से खुली.. उठने के बाद वो सीधा सीढ़ियों से नीचे आई तो वो करन को होल में बैठा देखकर हैरान रह गई...करन किंजल को देखकर तुरंत खड़ा हो गया..." करन तुम यहां और वो भी इस वक्त ? " " हा वो तुमसे कुछ बात करनी थी..." करन थोड़ा अटकता हुआ बोला.." हा बोलो ना..." " वो आंटी नही है घर पर ? " करन को कुछ समझ नही आ रहा था की वो क्या बोले..." नही वो मेरी नानी के पास गई है कुछ दिनों के लिए..." " ओह.. ओके..."इतना बोलने के बाद