कहानी प्यार कि - 32

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ओब्रॉय मेंशन में वैशाली और मनीष अपने कमरे में परेशान से इधर उधर घूम रहे थे..." ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है वैशाली... अब हम तो कहीं के नही रहे... जब एक महीना खत्म होगा तब हम घरवालों से क्या कहेंगे...! " मनीष ने गुस्सा करते हुए वैशाली से कहा.." वही जो तुम्हे पहले कह देना चाहिए था... मैंने तो पहले ही तुमसे कहा था की तुम्हारे भाई और इस अनिरुद्ध से पैसे मांग लो.. पर तुमने मना कर दिया.. तब पैसे मांगे होते तो ये नौबत नहीं आती समझे..." " मैंने पहले भी कहा था और अब भी