कलम के सिपाही गणेश शंकर विद्यार्थी के जन्मदिवस (26 अक्टूबर) परयह समय ऐसा है जब फ़ासिज्म का काला घटाटोप समाज के ऊपर छाया हुआ है, हर बेहतर चीज पर धूल-राख डाली जा रही है, आज़ाद विचारों का गला घोंटा जा रहा है, जनपक्षधर बुद्धिजीवियों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे दौर में गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे कलम के सच्चे सिपाही को याद करना और भी ज़रूरी हो जाता है। इलाहाबाद के अतरसुइया में पैदा होने वाले गणेश शंकर विद्यार्थी ने राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान उस दौर की कई महत्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में लिखा और हिन्दी पट्टी में राष्ट्रीय चेतना के