दो पागल - कहानी सपने और प्यार की - 12

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अंक १२ - इनकार       हेल्लो दोस्तो तो केसे हो आप लोग। मे आपका अपना लेखक वरुण एस पटेल आज फिर से हाजीर हु आपकी अपनी कहानी यानी दो पागल के बहारवे अंक के साथ। मे चाहता हु कि आप इस अंक को पढे इस से पहले आगे के ग्यारह अंको को पढ ले ताकी आपको यह अंक समझ आए।  अगर आपको यह नवलकथा अच्छी लगे तो इसे आप अपने दोस्तों के साथ शेर जरुर करे । आइए शुरु करते है आज का यह ट्विस्ट वाला बहेतरीन अंक। शुरुआत।      दोस्तों यह अंक हमारी कहानी का बहुत ही