हज़ार चौरासी की माँ - भाग 1

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“हज़ार चौरासी की माँ”- एक माँ की मर्मस्पर्शी कहानी अपने जीवनकाल में साहित्य अकादमी (1979), पद्मश्री (1986), ज्ञानपीठ (1996), रेमन मैग्सेसे (1997), पद्मविभूषण (2006) जैसे सम्माननीय पुरस्कार से सम्मानित महाश्वेता देवी (14 जनवरी 1926 – 28 जुलाई 2016) ने कई अलग-अलग लेकिन महत्वपूर्ण किरदार निभाए। उन्होंने पत्रकारिता से लेकर लेखन, साहित्य, समाज सेवा एवं अन्य कई समाज हित से जुड़े किरदारों को बखूबी निभाया। उन्होंने आदिवासियों के हित में भी अपना अमूल्य सहयोग दिया। अपने जीवन में न केवल बेहतरीन साहित्य का सृजन किया बल्कि समाज सेवा के विभिन्न पहलुओं को भी समर्पण के साथ जिया। उनके बहुचर्चित उपन्यास ‘हजार